अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के मुताबिक, नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे आने में कई हफ्ते या महीने लग सकते हैं। इस बार जो चुनाव प्रक्रिया अपनाई जा रही है, वो काफी पेचीदा है। राष्ट्रपति ने साफ तौर पर कहा कि इस बार मेल इन बैलट और पोस्टल वोटिंग की वजह से पोस्ट ऑफिसों और लोकल इलेक्शन बॉडी पर दबाव बढ़ जाएगा और इसके चलते सही नतीजे जानने में लंबा वक्त लग सकता है।
ट्रम्प का इशारा किस तरफ
अमेरिका में मेल इन बैलट और पोस्टल बैलेट के इस्तेमाल पर बहस जारी है। इसके पक्ष और विरोध में कई तरह के तर्क दिए जा रहे हैं। ट्रम्प इसे मुश्किल प्रक्रिया बता रहे हैं। उनका यह भी कहना है कि रूस और चीन जैसे देश चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित कर सकते हैं। शुक्रवार रात काउंसिल ऑफ नेशनल पॉलिसी में भाषण के दौरान ट्रम्प ने कहा- इस बार चुनाव नतीजों में देरी या बहुत देरी हो सकती है।
तीन नवंबर को परिणाम आना तो मुश्किल
ट्रम्प ने कहा- मुझे लगता है कि तीन नवंबर को होने वाले इलेक्शन के नतीजे उस दिन तो पता नहीं लगेंगे। फिलहाल, ये नहीं कहा जा सकता कि ये चुनाव कब खत्म होगा। हो सकता है नतीजे आने में कई हफ्ते या महीने भी लग जाएं। अगर पांच करोड़ लोग मेल इन बैलट का इस्तेमाल करेंगे तो गिनती करना बेहद कठिन होगा। हालांकि, यह सब बातें बाद की हैं। पहले हमें यह तय करना है कि हम सही तरीके से चुनाव कराएं।
बिडेन पर तंज
अमेरिकी राष्ट्रपति ने आगे कहा- डेमोक्रेट्स के उम्मीदवार जो बिडेन को शायद यह समझ नहीं आ रहा है कि 51 मिलियन मेल इन बैलट का क्या मतलब होता है, लेकिन वे इसका समर्थन कर रहे हैं। यह लोकतंत्र के लिए बड़ी परेशानी होगी। बुधवार को एक अमेरिका अफसर ने भी साफ कहा था कि काउंटिंग के दौरान रूस और चीन जैसे देश तकनीकी तौर पर साजिश रच सकते हैं और इससे चुनाव के नतीजे निष्पक्ष नहीं रह जाएंगे।
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