10 दिन पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को कोसने वाले पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर जावेद मियांदाद ने शुक्रवार को उनसे माफी मांग ली। उन्होंने कहा कि अगर मैंने किसी को आहत किया है, तो मैं अपने शब्दों के लिए माफी मांगता हूं। खासतौर पर प्रधानमंत्री से क्योंकि मैं इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में पाकिस्तान के प्रदर्शन से खफा था। मियांदाद ने एआरवाय न्यूज से बातचीत में यह कहा।
मियांदाद के रुख में अचानक आए बदलाव को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के एक फैसले से जोड़कर देखा जा रहा है। दरअसल, पीसीबी ने उनके भतीजे फैसल इकबाल को घरेलू टीमों के लिए हेड कोच नियुक्त किया है।
मियांदाद ने इमरान पर देश को धोखा देने का आरोप लगाया था
इससे पहले, पूर्व कप्तान मियांदाद ने अपने यूट्यूब चैनल पर इमरान को देश को धोखा देने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि मैं मदद न करता तो इमरान प्रधानमंत्री न बन पाते। इमरान ने देश को धोखा दिया। अब मैं उन्हें सियासत सिखाउंगा। जो मुल्क के लिए गलत होगा उसे मैं गलत कहूंगा।
इमरान ने पीसीबी में गलत लोगों को रखा: मियांदाद
मियांदाद ने इमरान पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड में गलत लोगों को नियुक्त करने का भी आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि इमरान खुद को खुदा समझने लगे हैं। मनमाने फैसले ले रहे हैं। उन्हें लगता है कि पीसीबी (पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड) चलाने के लिए काबिल लोग ही नहीं हैं। इसलिए उन्होंने बोर्ड में विदेशियों की नियुक्ति की है, जिन्हें क्रिकेट के बारे में कुछ नहीं पता। अगर बोर्ड में बैठे विदेशी करप्शन करके भाग गए, तो फिर इन्हें कौन पकड़ेगा?।
मियांदाद का इशारा पीसीबी डायरेक्टर और सीईओ वसीम खान और चेयरमैन एहसान मनी की तरफ था। दोनों के पास ब्रिटेन की नागरिकता भी है। दरअसल, मियांदाद को उम्मीद थी कि चेयरमैन या डायरेक्टर का पद उन्हें मिलेगा। लेकिन, ऐसा नहीं हुआ। मियांदाद ने दावा किया था कि अगर उनकी कही एक भी बात गलत या झूठ है, तो इमरान इसका खंडन करें।
'इमरान के कारण घरेलू क्रिकेटर बेरोजगार'
1992 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के सदस्य रहे मियांदाद ने इमरान पर घरेलू क्रिकेटरों को बेरोजगार करने का भी आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि इमरान ने जानबूझकर डिपार्टमेंट क्रिकेट बंद किया। इससे खिलाड़ी बेरोजगार हो गए हैं। इसका जवाब कौन देगा?
पाकिस्तान में घरेलू क्रिकेट का मतलब सरकारी विभागों की टीमें हैं। कुछ बैंक और प्राईवेट लिमिटेड की टीमें भी इसमें शिरकत करती हैं। पिछले साल से ही देश में डिपार्टमेंट क्रिकेट बंद कर दी गई। इसका नया फॉर्मेट आया। इसमें चार ही टीमें हैं। पहले 20 से 24 होती थीं। इसकी वजह से खिलाड़ी बेरोजगार हो गए हैं। गैस डिपार्टमेंट की टीम तो पिछले ही महीने खत्म की गई। इसमें शोएब मलिक और फवाद आलम जैसे खिलाड़ी खेलते थे। इमरान खुद भी इस टीम से खेल चुके हैं।
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