यूजर्स चाहें खुद को कितना भी सुरक्षित क्यों न समझ लें लेकिन कई बार कोई न कोई मालवेयर या वायरस की जानकारी उन्हें परेशान होने पर मजबूर कर देती है। इसी तरह की एक खबर आई है जो भारतीय यूजर्स के लिए बेहद अहम है। भारतीय मोबाइल यूजर्स पर एक नए मालवेयर का खतरा मंडरा रहा है। हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की गई है जिससे पता चला रहा है कि भारत में लगभग 4,627 मोबाइल यूजर्स के शिकार हुए हैं। यह एक सीक्रेट सॉफ्टवेयर है जो यूजर की निगरानी करता है और उनके लोकेशन का पता लगाता है। साथ ही उनके मोबाइल की हर गतिविधि को भी ट्रैक करता है। क्योंकि COVID-19 के चलते ज्यादातर लोग अपने घरों में कैद थे ऐसे में इस सॉफ्टवेयर से प्रभावित यूजर्स की संख्या कम है। अगर लोग लॉकडाउन के चलते घर में न होते तो इसकी संख्या और भी ज्यादा होने की संभावना थी। तो आइए जानते हैं Stalkerware ऐप्स के बारे में। जानें Stalkerware ऐप के बारे में: Stalkerware एक तरह का स्पाइवेयर है। यह फेक ऐप्स के तौर पर यूजर्स के फोन में रहती हैं और उनके मैसेजेज, कॉल लॉग्स, लोकेशन और अन्य व्यक्तिगत गतिविधियों को गलत तरह से एक्सेस करती हैं। इसी क्रम में एक ऐप है जिसका नाम Wi-Fi है। साइबर स्पेस फर्म Kaspersky के अनुसार, यह ऐप मोबाइल पर जियोलोकेशन एक्सेस करती है। Kaspersky के रिसर्च डेवलपमेंट के टीम लीड विक्टर चेबीशेव ने कहा, “Stalkerware से प्रभावित यूजर्स की संख्या अधिक बनी हुई है और हम हर दिन नए सैम्पल्स का पता लगाते हैं।” आपको बता दें कि यह कोई नया सॉफ्टवेयर नहीं है। यह पिछले कई वर्षों से स्पाईवेयर ईकोसिस्टम में मौजूद है। वर्ष 2020 की बात करें तो वर्ष 2020 में 53,870 मोबाइल यूजर वैश्विक स्तर पर Stalkerware से प्रभावित हुए थे। वहीं, वर्ष 2019 में Kaspersky ने 67,500 प्रभावित मोबाइल यूजर्स का पता लगाया था। रिपोर्ट में बताया गया है कि यह आश्चर्यजनक है कि Stalkerware से प्रभावित यूजर्स की संख्या में वैश्विक स्तर पर मार्च से लेकर जून 2020 तक गिरावट दर्ज की गई। ऐसा इसलिए क्योंकि यह लॉकडाउन की शुरुआत थी। इस तरह पता लगाएं आपके फोन में Stalkerware है या नहीं: यूजर्स यह पता लगा सकते हैं कि क्या उनके फोन में कोई Stalkerware इंस्टॉल्ड है या नहीं। इसके लिए उन्हें अपने फोन से उन सभी ऐप्स को हटाना होगा जो आपके किसी काम की नहीं हैं। अगर कोई ऐसी ऐप है जिसे आप महीने में एक या दो बार ही इस्तेमाल करते हैं तो यह समझ लेना ही सही होता है कि आपको इस ऐप की जरुरत नहीं है। आप इन्हें डिलीट कर सकते हैं और जरुरत पड़ने पर इसे दोबारा इंस्टॉल किया जा सकता है। एंड्रॉइड डिवाइस यूजर्स अपने फोन की सेटिंग में जाकर unknown sources में जाकर इसे चेक कर सकते हैं। अगर आपके फोन में unknown sources इनेबल है तो इसका यह मतलब है कि आपके फोन में किसी अनवांटेड सॉफ्टवेयर को किसी थर्ड-पार्टी सोर्स के जरिए इंस्टॉल किया गया है या किया जाता है। जब पता चल जाए कि आपकी डिवाइस में Stalkerware मौजूद है तो उसे हटाने के लिए जल्दबाजी न करें। इससे सुरक्षा जोखिम बढ़ सकता है और कई तरह की संदिग्ध गतिविधियां भी इससे बढ़ सकती हैं।
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