पाकिस्तान की सरकारी एयरलाइंस कंपनी पीआईए ने केबिन क्रू पर लगाम लगाने के लिए सख्त फैसला लिया है। पीआईए ने कहा है कि फ्लाइट में सवार होने से पहले सभी पायलट और केबिन क्रू का ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट अब जरूरी होगा। अब कोई भी केबिन क्रू बिना मेडिकल ऑफिसर की मंजूरी के बिना एयरकाफ्ट में नहीं चढ़ सकेगा। इस कवायद के जरिए पीआईए न सिर्फ इमेज सुधारना चाहती है, बल्कि गैर नशेबाज पायलट्स और केबिन क्रू पर लगाम भी कसना चाहती है।
फैसला लागू भी
डॉन न्यूज के मुताबिक, पीआईए मैनेजमेंट ने यह फैसला उन पायलट्स और केबिन क्रू मेंबर्स सुधारने के लिए लिया है जो ड्यूटी पर आने से कुछ घंटे पहले किसी प्रकार का नशा करते हैं। अब ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट होगा तो ऐसे गैर जिम्मेदाराना स्टाफ को आसानी से पकड़ा जा सकेगा और उन पर नियमों के हिसाब से कार्रवाई हो सकेगी। पीआईए ने पिछले हफ्ते माना था कि इस सरकारी एयरलाइंस की इमेज सुधारने के लिए कुछ सख्त कदम उठाने पड़ेंगे।
इतनी जल्दबाजी क्यों
पीआईए ने कुछ दिन पहले ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट पर सिर्फ विचार की बात कही थी। लेकिन, अब इसे तुरंत प्रभाव से लागू भी कर दिया है। दरअसल, कुछ ही दिन पहले पीआईए की एक इंटरनेशनल फ्लाइट में पायलट और केबिन क्रू के स्मोकिंग करने की खबरें आईं थीं। पिछले साल भी कुछ पायलट्स पर नशे में ड्यूटी पर आने के आरोप लग चुके हैं। खास बात ये है कि एयर होस्टेस को भी ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट कराना होगा। इसके बिना वे फ्लाइट में नहीं जा सकेंगी।
खराब दौर में पीआईए
दो महीने पहले पाकिस्तान के एविएशन मिनिस्टर गुलाम सरवर ने संसद में खुलासा किया था कि देश के 40 फीसदी पायलटों के पास फर्जी लाइसेंस और डिग्री हैं। इसके बाद दुनिया में पाकिस्तान की काफी फजीहत हुई। कई इस्लामी देशों के साथ ही यूरोप और अमेरिका ने भी पीआईए और उसके पायलटों को बैन कर दिया।
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