नई दिल्ली ऐपल की ओर से बीते दिनों नया Mac डिवाइस लॉन्च किया गया है और कंपनी इसे खास ARM-बेस्ड M1 चिपसेट के साथ लेकर आई है। ऐपल फैन्स से लेकर सभी लोग इसकी परफॉर्मेंस में आए इंप्रूवमेंट्स और बैटरी लाइफ देखकर हैरान हैं। अब तक ऐपल अपने MacBooks में Intel के प्रोसेसर देता था लेकिन नया प्रोसेसर M1 ऐपल की ओर से डिवेलप किया गया है और इसमें रैम भी इनक्लूडेड है। यह कंपनी के MacOS पर चलता है। नया डिवाइस भले ही पावरफुल हो लेकिन इसमें Windows ऑपरेटिंग सिस्टम इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। ऐपल के ऑफिशल मेथड Booycamp की मदद से भी M1-पावर्ड मैकबुक में विंडोज ओएस यूज नहीं किया जा सकता। ऐसा इसलिए क्योंकि Windows OS x86 बेस्ट चिपसेट्स के लिए तैयार किया गया है और ऐपल का नया M1 चिपसेट ARM बेस्ड है। हालांकि, एक डिवेलपर की ओर से शेयर किए गए ट्वीट ने सभी को चौंका दिया है। पढ़ें: ऐसे इंस्टॉल किया विंडोज OS डिवेलपर अलेक्जेंडर ग्राफ ने नए M1-पावर्ड MacBook में वर्चुअलाइज्ड Windows 10 इंस्टॉल कर दिया है। डिवेलपर ने ओपन-सोर्स वर्चुअलाइजेशन एंड मशीन इमल्यूशन सॉफ्टवेयर QEMU का मॉडिफाइड वर्जन इस्तेमाल किया। इस तरह वह Window 10 ARM का इनसाइडर प्रिव्यू ऐपल के नए Mac पर रन कर पाए। इसके अलावा डिवेलपर को ऐपल के अपने हाइपरवाइजर फ्रेमवर्क की मदद भी मिली, जिसे वर्चुअलाइजेशन के लिए डिजाइन किया गया है। पढ़ें: विंडोज की बेहतर परफॉर्मेंस अलेक्जेंडर की ओर से दावा किया गया है कि MacBook पर उन्हें स्मूद परफॉर्मेंस विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ भी मिल रही है। हालांकि, उनकी तरह यही ऑपरेटिंग सिस्टम अपने नए M1-पावर्ड Mac में इंस्टॉल करने वाले कई यूजर्स को दिक्कतें आईं। फिलहाल यह बेहद मजेदार है क्योंकि ऐपल या माइक्रोसॉफ्ट की ओर से अब तक कोई ऑफिशल सॉल्यूशन नहीं तैयार किया गया है। यह भी मजेदार है कि Mac में विंडोज का बेंचमार्क रिजल्ट माइक्रोसॉफ्ट के Surface Pro X से बेहतर देखने को मिला है।
from Tech News in Hindi: Get Latest Gadgets & Tech News in Hindi - टेक न्यूज़, लेटेस्ट गैजेट्स न्यूज़, टेक्नोलॉजी न्यूज़ https://ift.tt/3fMPOHE
0 Comments