हीरा कारोबारी नीरव मोदी को देश में प्रत्यर्पित करने की दिशा में भारतीय अफसरों को एक कामयाबी मिली है। ब्रिटिश अदालत ने नीरव के खिलाफ सबूत स्वीकार कर लिए हैं।
इस फैसले से पहले जिला न्यायाधीश सैमुअल गूजी ने वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत में सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पेश कुछ गवाहों के बयानों की स्वीकार्यता के खिलाफ और पक्ष में दलीलें सुनीं। नीरव मोदी 1 दिसंबर तक रिमांड में भेज दिया गया।
अब दोनों पक्ष अगले साल 7 और 8 जनवरी को अंतिम बहस करेंगे। नीरव के वकील क्लेयर मोंटगोमरी क्यूसी ने मामले की सुनवाई के दौरान पूर्व भारतीय नौसेना अधिकारी रवि शंकरन के साथ तुलना करके भारत की दलीलों पर काउंटर अटैक करने की कोशिश की।
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