आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे तीन दिन के नेपाल दौरे पर 4 नवंबर को काठमांडू पहुंचेंगे। 5 नवंबर को उन्हें नेपाल आर्मी के ऑनरेरी (मानद) जनरल की उपाधि से सम्मानित किया जाएगा। भारत और नेपाल के बीच अप्रैल से अगस्त के बीच सीमा विवाद को लेकर काफी बयानबाजी हुई थी। इसकी वजह से दोनों देशों में कुछ तनाव की स्थिति भी बनी थी। पिछले हफ्ते रॉ चीफ सामंत कुमार गोयल ने काठमांडू का दौरा किया था। इस पर नेपाल में काफी कयास लगाए गए थे।
नेपाल आर्मी चीफ ने न्योता दिया
‘काठमांडू पोस्ट’ के मुताबिक, जनरल नरवणे 4 नवंबर को काठमांडू पहुंचेंगे। यहां उनको नेपाल के आर्मी चीफ जनरल पूर्ण चंद्र थापा रिसीव करेंगे। इसके बाद दोनों सेनाध्यक्षों के बीच बातचीत होगी। नरवणे नेपाल के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और रक्षा मंत्री से भी मुलाकात कर सकते हैं। हालांकि, इस बारे में अभी आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। ऑनरेली जनरल की उपाधि उन्हें राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी प्रदान करेंगी। नेपाल अर्मी ने एक बयान में इसकी पुष्टि की है।
नरवणे के बयान से नाराज हो गया था नेपाल
मई में भारत ने लिपुलेख और धारचूला के बीच एक नई सड़क का निर्माण किया था। नेपाल ने इसका विरोध किया था। नेपाला का दावा था कि लिपुलेख और धारचूला उसका क्षेत्र है और भारत ने यहां सड़क बनाकर संधि का उल्लंघन किया है। भारत ने नेपाल के दावे को खारिज कर दिया था। इसके बाद अगस्त में जनरल नरवणे ने एक बयान में कहा था कि नेपाल किसी और (चीन की तरफ इशारा) के इशारे पर भारत का विरोध कर रहा है। नेपाल सरकार ने इस बयान पर नाखुशी जाहिर की थी।
गोयल गए थे काठमांडू
रॉ चीफ सामंत कुमार गोयल ने पिछले हफ्ते अचानक काठमांडू दौरा किया था। उन्होंने यहां प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली से मुलाकात की थी। नेपाल में इस यात्रा को लेकर कई तरह की बातें हो रहीं थीं। बाद में नेपाल सरकार ने साफ किया कि गोयल का नेपाल दौरा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रतिनिधि के तौर पर हुआ था। अब जनरल नरवणे नेपाल जा रहे हैं।
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