फ्रांस में फिर एक दिन में 45 हजार से ज्यादा संक्रमित; ब्रिटेन में हेल्थ वर्कर्स को क्रिसमस तक मिलेगी वैक्सीन

दुनिया में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 4.29 करोड़ से ज्यादा हो गया है। 3 करोड़ 16 लाख 59 हजार 986 मरीज रिकवर हो चुके हैं। अब तक 11.54 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ये आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं। फ्रांस में तमाम कोशिशों के बाद सरकार संक्रमण के बढ़ते मामलों या कहें दूसरी लहर पर काबू पाने में नाकाम साबित हो रही है। यहां शनिवार को 45 हजार नए संक्रमित मिले। ब्रिटेन से अच्छी खबर है। यहां क्रिसमस के पहले हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन उपलब्ध होने के दावा किया गया है।

फ्रांस में सरकारी प्रयास कारगर नहीं
फ्रांस में शनिवार को 45 हजार 422 नए मामले सामने आए। शुक्रवार को यह आंकड़ा 42 हजार से कुछ ज्यादा था। कुल मिलाकर देश में अब तक करीब 11 लाख संक्रमित मिल चुके हैं। अस्पतालों में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इतना ही नहीं सरकार ने पहली बार माना है कि 9 शहरों मे लॉकडाउन के वैसे नतीजे नहीं मिले, जैसी उम्मीद थी। लिहाजा, नई रणनीति पर विचार किया जा रहा है। संभव है कि बेल्जियम की तर्ज पर यहां पूरे देश में सख्त लॉकडाउन लागू किया जाए। हालांकि, सरकार को डर इस बात का है कि पहले की तरह लोग इसके विरोध में सड़कों पर न उतर आएं। इटली में भी शनिवार को 20 हजार के करीब नए मामले सामने आए।

ब्रिटेन में वैक्सीन की तैयारी
ब्रिटेन सरकार ने फैसला किया है कि देश के हेल्थ नेटवर्क जिसे एनएचएस कहा जाता है, के सभी वर्कर्स को क्रिसमस के पहले ही वैक्सीन उपलब्ध करा दिया जाएगा। हालांकि, इस बारे में फिलहाल आधिकारिक तौर पर कोई बयान जारी नहीं किया गया है। एनएचएस के ट्रस्ट चीफ ने कहा- पूरी उम्मीद है कि क्रिसमस के पहले हमारे पास एक बेहतरीन वैक्सीन होगा। लेकिन, इसका पहला हक एनएचएस के फ्रंट लाइन वर्कर्स को है। अमेरिका में भी तीसरे चरण के वैक्सीन ट्रायल शनिवार से शुरू हो गए।

लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट पर शनिवार को बाहर आते यात्री। ब्रिटेन सरकार ने यात्रा पर प्रतिबंध लगभग खत्म कर दिए हैं। यहां शनिवार को 19 हजार नए मामले सामने आए।

बेल्जियम में कल से लॉकडाउन संभव
कोरोनावायरस शुरू होने के बाद बेल्जियम सरकार दूसरी बार नेशनल लॉकडाउन लगाने जा रही है। माना जा रहा है कि सरकार आज इस पर फैसला लेगी और इसे सोमवार से पूरे देश में सख्ती से लागू किया जाएगा। सरकार ने फिलहाल अस्पतालों को अलर्ट पर रखा है। इसके साथ ही नॉन अर्जेंट सर्जरीज टालने का फैसला भी किया है। इसका मकसद अस्पतालों में भीड़ कम करना और बेड खाली रखना है। नए प्रधानमंत्री एलेक्जेंडर डी क्रू ने कहा- इसके अलावा कोई रास्ता भी नहीं है। हमें अपने सिस्टम को बेहद जल्द दुरुस्त करना होगा। सभी तरह के इवेंट्स रद्द कर दिए गए हैं। पार्कों को बंद कर दिया गया है। कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम के आदेश जारी किए जा चुके हैं। सभी तरह के होटल, बार और रेस्टोरेंट्स भी बंद हैं।

ब्रसेल्स में टूरिस्ट प्लेसेस पर लोगों की आवाजाही सीमित हो चुकी है। ज्यादातर रेस्टोरेंट्स यहां वीरान नजर आते हैं। हालांकि, सरकार ने साफ कर दिया है कि प्रतिबंधों में किसी तरह की ढील फिलहाल नहीं दी जाएगी, क्योंकि नए मामले बढ़ रहे हैं।

फ्रांस में इमरजेंसी प्लान तैयार
फ्रांस की हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा है कि देश में संक्रमण की दूसरी लहर पहली के मुकाबले ज्यादा खतरनाक साबित हो सकती है। इससे निपटने के लिए इमरजेंसी प्लान तैयार किया गया है। इसके अलावा अस्पतालों के लिए अलर्ट जारी किया गया है। देश के 9 शहरों में पहले ही नाइट कर्फ्यू था। अब इसे कुछ और क्षेत्रों में लगाने की तैयारी भी की जा चुकी है। शुक्रवार को यहां 43 हजार नए मामले मिले थे। शनिवार को यह आंकड़ा कुछ कम होकर 41 हजार पर आ गया। हॉस्पिटल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है।



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फ्रांस के नेपल्स में शनिवार को एक बार फिर प्रतिबंधों के विरोध में प्रदर्शन हुए। सरकार ने कहा है कि देश में औसतन हर रोज 45 हजार नए मामले सामने आ रहे हैं। लिहाजा, वो दबाव में किसी तरह के प्रतिबंध नहीं हटाएगी, क्योंकि इससे खतरा कई गुना बढ़ सकता है।


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