पाकिस्तान में इस समय बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। सिंध, बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा और पंजाब राज्य सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में भी इसका असर हुआ है। पिछले तीनों से हो रही जोरदार बारिश की वजह से अब तक 90 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है और हजारों लोगों को घर छोड़ना पड़ा है। पाकिस्तान की नेशनल डिजास्टर एजेंसी के मुताबिक, कराची की कई सड़कों और गलियों में पानी जमा हो गया है। सड़कों के किनारे खड़ी गाड़ियां पानी में डूब गई हैं। यहां का सिवेज सिस्टम पुराना होने की वजह से पानी निकालने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बाढ़ की वजह से सबसे ज्यादा 31 मौतें सिंध राज्य में हुई हैं। खैबर पख्तूनख्वा में भी 31 लोगों की जान गई है। बलूचिस्तान में 15 और देश के उत्तरी इलाके में 13 और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 3 लोगों की मौत हुई है।
कराची में चलाया जा रहा रेस्क्यू ऑपरेशन
आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से कराची समेत सभी बाढ़ प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया है। लोगों को बचाने के लिए सड़कों पर बोट चलाई जा रही हैं। कट्टर इस्लामिक संगठन तहरीक-ए- लब्बाक और दूसरे वालंटियर भी इसमें मदद कर रहे हैं। कराची के निचले इलाकों से अब तक 1245 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। सिंध राज्य के डाडू जिले में 300 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। अभी भी कराची के कई इलाकों के लोगों कहना है कि वे मदद का इंतजार कर रहे हैं।
अभी कुछ दिन और जारी रह सकती है बारिश
मौसम विभाग ने कहा है कि कराची और इसके आसपास में अभी कुछ और दिनों तक बारिश जारी रहने की आशंका है। कुछ दिन पहले भी देश के कई इलाकों में बारिश के बाद जलभराव की समस्या पैदा हो गई थी। इसके बाद प्रधानमंत्री इमरान खान ने बचावकर्मियों को पंप की मदद से पानी निकालने का निर्देश दिया था। पाकिस्तान में हर साल मानसून के मौसम में देश के कई राज्यों में बाढ़ आती है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक, सरकार की ओर से बेहतर इंतजाम नहीं किए जाने के कारण लोगों को इस समस्या का सामना करना पड़ता है।
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