
वॉशिंगटन/लंदन. कोरोनावायरस से संक्रमण के खतरे ने दुनियाभर में लोगों के अभिवादन के तरीके को बदल दिया है। लोग अब अपने पारंपारिक स्वागत के तरीकों को छोड़'नमस्ते' और 'कोहनी' मिलाने जैसे दूसरे तरीके अपना रहे हैं। इसका असर आम लोगों पर ही नहीं, बल्कि राष्ट्रअध्यक्षों पर देखा जा रहा है। वॉशिंगटन में गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और आयरलैंड के प्रधानमंत्री लियो वराडकर ने‘नमस्ते’ कर अभिवादन किया। उधर, बकिंघम पैसेल में भी प्रिंस चार्ल्स भी नमस्ते करते देखे गए।
ट्रम्प और आयरलैंड के प्रधानमंत्री लियो की व्हाइट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई। इसमें जब मीडिया ने पूछा कि क्या वे हाथ मिलाएंगे, तब वराडकर ने हाथ जोड़कर नमस्ते किया। ट्रम्प ने भी हाथ जोड़कर जवाब दिया। ट्रम्प ने बताया कि मैं हाल में भारत से लौटा हूं और वहां मैंने किसी से हाथ नहीं मिलाया था। यह आसान था क्योंकि वहां ऐसा ही परंपरा है। ट्रम्प ने अभिवादन के जापानी तरीके को भी दिखाया। उन्होंने कहा कि भारत और जापान में अभिवादन के लिए सिर झुकाते हैं। उन्होंने कहा कि झुकने और नमस्ते कहने से उन्हें अजीब सा अनुभव होता है।
चीन के वुहान शहर से फैले कोरोनावायरस की चपेट में अब दुनिया के 111 से अधिक देश आ चुके हैं। संक्रमण से मरने वालों की संख्या अब 4757 हो गई है। एक लाख 30 हजार 341 लोग अभी संक्रमित हैं। उधर, चीन और इटली के बाद सबसे ज्यादा प्रभावित ईरान ने कोरोनावायरस से निपटने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से 37 हजार करोड़ रु. (5 बिलियन डॉलर) कर्ज मांगा है।
इंग्लैंड : जगह- बकिंघम पैलेस, लंदन।

जापान: जगह- प्रधानमंत्री आवास, टोक्यो।

अमेरिका: जगह- अमेरिकी संसद।

मैक्सिको: जगह- स्थानीयचर्च, मेक्सिको सिटी।

Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2w3OMED
0 Comments